home
(current)
Geeta
गंगा नदी और गीता – गंगा कहती है : गंगाजल का औषधीय योगी गुण विश्व प्रसिद्ध है, अध्याय 9, श्लोक 12 (गीता : 12).
Dec. 20, 2018, 4:02 p.m.
मोधाशा मोधकर्माणो मोधग्याना बिचेतसः ।। राक्षसीमासुरी चैव प्रकृतिं मोहिनीं श्रिताः ।। गीता : 9.12 ।।श्लोक का हिन्दी अर्थ :वे व्यर्थ आशा, व्यर...
गंगा नदी और गीता – गंगा कहती है : मेरी विशिष्टताओं का मूल्यांकन कर मेरी रक्षा करों. अध्याय 15, श्लोक 18 (गीता : 18).
Dec. 17, 2018, 1:45 p.m.
यस्मात्क्षरमतीतोअ्हमक्षरादपि चोत्तमः । अतोअ्स्मि लोके वेदे च प्रथित: पुरुषोत्तम: । गीता : 15.18 ।श्लोक का हिन्दी अर्थ :क्योंकि मैं नाशवान जड़...
गंगा नदी और गीता – गंगा कहती है : जीव प्रकृति के सिद्धांत को समझो, अध्याय 9, श्लोक 5 (गीता : 5).
Dec. 14, 2018, 12:49 p.m.
न च मत्स्थानि भूतानि पश्य में योगमैश्वरम् ।। भूतभृन्न च भूतस्थो ममात्मा भूतभावनः ।। गीता : 9.5 ।।श्लोक का हिन्दी अर्थ : ये सब भूत मुझमें स्थ...
गंगा नदी और गीता – गंगा कहती है : गंगा की समस्याओं पर ध्यान न देना वातावरणीय असंतुलन का प्रमाण है, अध्याय 9, श्लोक 2 (गीता : 2).
Dec. 13, 2018, 12:36 p.m.
राजविद्या राजगुह्यं पवित्रमिदमुत्तमम् ।। प्रत्यक्षावगमं धर्म्यं सुसुखं कर्तुमव्ययम् ।। गीता : 9.2 ।।श्लोक का हिन्दी अर्थ :यह विज्ञान सहित ज्...
गंगा नदी और गीता - गंगा कहती है – मैं अभी भी ढ़लती शक्ति और सामर्थ्य के साथ विराजमान हूँ .अध्याय 8, श्लोक 17 (गीता : 17).
Dec. 7, 2018, 2:43 p.m.
सहस्त्रयुगपर्यन्तमहर्यद् ब्रह्माणों बिदुः ।। रात्रिं युगसहस्त्रान्तां तेअ्होनात्रविदो जनाः ।। गीता : 8.17 ।।श्लोक का हिन्दी अर्थ :मानवीय गणन...
गंगा नदी और गीता – गंगा कहती है : गंगा जल “पंच-तत्वों का सम्मिश्रण” है. अध्याय 9, श्लोक 7 (गीता : 7).
Dec. 17, 2018, 1:31 p.m.
सर्वभूतानि कौन्तेय प्रकृतिं यान्ति मामिकाम् ।। कल्पक्षये पुनस्तानि कल्पादौ विसृजाम्यहम् ।। गीता : 9.7 ।।श्लोक का हिन्दी अर्थ :हे अर्जुन! कल्...
गंगा नदी और गीता – गंगा कहती है : मेरी स्थैतिक ऊर्जा का सही आंकलन नहीं करना “नदी जल-प्रदूषण” का कारण है. अध्याय 9, श्लोक 6 (गीता : 6).
Dec. 17, 2018, 1:24 p.m.
यथाकाशास्थितो नित्यं वायुः सर्वत्रगो महान् ।। तथा सर्वाणि भूतानि मत्स्थानीत्यु-पधारय ।। गीता : 9.6 ।।श्लोक का हिन्दी अर्थ :जैसे आकाश से उत्प...
गंगा नदी और गीता – गंगा कहती है : मेरे पंच-महाभूतों की संतुलंता का ध्यान रखो, अध्याय 9, श्लोक 3 (गीता : 3).
Dec. 13, 2018, 1:56 p.m.
अश्रद्धानाः पुरुषा धर्मस्यास्य परन्तप ।। अप्राप्य मां निबर्तन्ते मृत्वसंसारबर्त्मनि ।। गीता : 9.3 ।।श्लोक का हिन्दी अर्थ :हे अर्जुन ! इस उपर...
गंगा नदी और गीता – गंगा कहती है : मेरी प्रकृति ही जीव-जगत को परिभाषित और निरूपित करती है. अध्याय 9, श्लोक 9 (गीता : 9).
Dec. 18, 2018, 3:38 p.m.
न च मां तानि कर्माणि निबध्नन्ति धनज्जय ।। उदासी-नबदासीनमसक्तं तेषु कर्मसु ।। गीता : 9.9 ।।श्लोक का हिन्दी अर्थ :हे अर्जुन ! उन कर्मों में आस...
1