पूर्वी काली नदी गंगा की
सहायक नदियों में से एक है. पूर्वी काली नदी मुजफ्फरपुर, मेरठ, बुलंदशहर से होते
हुए. 680 किलोमीटर का कुल मार्ग तय करते हुए अंततः कन्नौज में गंगा नदी में विलीन
हो जाती है. पिछले दो दशक से नदी को गंदगी और सीवेज डाले जाने का स्थान बना दिया
गया है. पश्चिमी उत्तर प्रदेश से रासायनिक उर्वरकों, कीटनाशक कृषि में तेजी से
उपयोग किया जा रहा है, जो कि भूमिगत जल के साथ साथ नदी के जल को भी को भी हानि
पहुंचाता है. लोगों के पार्थिव शरीर को भी नदी में प्रवाहित कर दिया जाता है, जो
कि बीमारियों की जड़ बनता जा रहा है. प्रदूषण के कारण तटीय इलाकों में कैंसर,
पीलिया, हैजा तथा चर्म रोग जैसे संक्रमणकारी रोग फैल रहे हैं. प्रदूषण की मार से
नदी को बचाने के लिए “काली नदी सेवा” मुहिम भी छेड़ी
गई है, जिसके माध्यम से नदी के संरक्षण के लिए प्रयास किये जा रहे हैं.
मुख्य रूप से काली नदी में औद्योगिक
फैक्ट्री, डेरी, पेपर मिल और घरेलू अपशिष्ट जैसे डीडीटी, पैट्रोलियम विभिन्न
ड्रेनेज के द्वारा पहुंचाई जा रही है, जिससे नदी निरंतर मलिन होती जा रही है. इस
विषय पर केन्द्रीय प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड के माध्यम से काली नदी
पूर्वी से जुड़े सभी ड्रेनेज की विस्तृत जानकारी एकत्रित की गयी, जिसका संक्षिप्त
ब्यौरा इस प्रकार है..
काली नदी में गिरने वाले
नालों की सूची-
1. अब्दुल्लाह 1 नाला - अशोका हैण्डलूम के विपरीत मेरठ एसपीसीबी में काली नदी के दांये किनारे पर अब्दुल्लाह 1 गिरता है. कपड़ा फैक्ट्री से निकलने वाली गंदगी सीधे नदी में गिरती है. प्रमुखत मेरठ के पल्लवपुरम और सौकत इलाके में गंदगी को गिराया जाता है. 2-3 किलोमीटर लंबे रास्ते में गंदगी का बड़ा हिस्सा नदी में समाहित होता है.
2. अबु नाला - अबु नाला मेरठ में बह रही काली नदी के दूसरे किनारे पर गिरता है. 1.5 किमी दूर बह रही नदी में वनस्पति क्षेत्रों में नाला गिरता है. शराब की फैक्ट्री से गिरने वाली गंदगी नदी को गंदा करती है. इस नाले से 244 मिलियन लीटर गंदा पानी बहाया जाता है. यहां रासायनिक आक्सीजन की मांग 55 मिलीग्राम/लीटर है.
3. ओडियन नाला - पूर्वी काली नदी को गंदा करने में ओडियन नाला भी काम करता है. ये नाला मेरठ में अवैध भूचण खाने की गंदगी नाले में लेकर जाता है. करीब डेढ़ किमी में 175 मिलियन लीटर गंदगी नदी में गिराता है. यहां रासायनिक आक्सीजन की मांग 51 मिलीग्राम/लीटर है.
4. छौइया नाला - ये नाला नदी के बांये छोर से जाकर मिलती है. सभी प्रकार का कूड़ा अपने साथ लेकर जाता है. इस हिस्से में आक्सीजन की मांग 18 मिलीग्राम/लीटर है.
5. हापुर ड्रेन- काली नदी गंगा में मिलने से पहले करीब 15 किमी का सफर तय करता है. दांयी ओर मिलने वाला यह नाला नदी में कपड़ों और डाई की गंदगी अपने साथ लेकर जाता है. जिसकी मात्रा 28 मिलियन लीटर गंदा पानी बहाया जाता है. यहां रासायनिक आक्सीजन की मांग 300 मिलीग्राम/लीटर है.
6. हापुर ड्रेन-1 - हापुर में मौजूद ये नाला अपने साथ फैक्ट्री से डाई की गंदगी लेकर जाता है. गंगा के दांयी ओर मिलने से लगभग 4 किमी दूर नदी में इकोर्निया में अधिकता पाई गयी. ठोस कचरे के साथ जाने वाली गंदगी नदी को बीमारी का घर बना रही है. 5 मिलियन लीटर गंदगी नदी में समाहित की जा रही है. इस हिस्से में आक्सीजन की मांग 41 मिलीग्राम/लीटर है.
7. कदराबाद या कदाराबाद नाला - यहां गंगा से मिलने वाली पूर्वी काली नदी करीब 35 किमी दूर होती है. मोदीनगर व मेरठ के नाले का यह हिस्सा नदी में दांयी ओर से कचरे का अंबार ले जाता है. जिसकी मात्रा 49 मिलियन लीटर गंदगी नदी में समाहित की जा रही है. इस हिस्से में आक्सीजन की मांग 73 मिलीग्राम/लीटर है.
8. गुलौथी नाला - यह नाला नदी में टर्बिड, इकोर्निया की मात्रा को बढ़ा रहा है. 5 किमी की दूरी रखने वाला यह नाला नदी में दांयी ओर मिलता है, यह नाला अपने साथ नदी में 7 मिलियन लीटर अपशिष्ट पदार्थ को लेकर जाता है. यहां आक्सीजन की मांग 139 मिलीग्राम/लीटर है.
9. ममान रोड नाला डी-1 – 3 किमी की दूरी पर दांयी ओर से नाला नदी में प्रवेश करता है. यह नाला पूर्वी काली नदी में घरों से निकलने वाली गंदगी मिलाता है. बुलंदशहर में गिरने वाला इस नाले के कारण अभी तक दो तिहाई भाग को गंदा करता है. 147 मिलियन लीटर गंदगी नदी में समाहित की जा रही है. इस हिस्से में आक्सीजन की मांग 103 मिलीग्राम/लीटर है.
10. आदिल नाला (डी-2) - नदी के दांये किनारे पर गिरने वाला यह नाला काली नदी को गंदा कर रहा है. लगभग 4 किमी की दूरी पर दांयी ओर गिरने वाला नाला नदी को 3-4 फिट गहराई से गंदा करता है. 129.35 मिलियन लीटर गंदगी नदी में समाहित की जा रही है. इस हिस्से में आक्सीजन की मांग 97 मिलीग्राम/लीटर है.
11. चांदबारी रोड (बुलंदशहर-2)- यह नाला नदी में घरों से निकली गंदगी ले जाता है. नदी को मलिन करने के लिए ये नाले बिना किसी रोक-टोक के बह रहा है. नदी से 4-5 किमी दूर यह नाला दांयी ओर नदी में मिलता है. 107.25 मिलियन लीटर गंदगी नदी में समाहित की जा रही है. इस हिस्से में आक्सीजन की मांग 70 मिलीग्राम/लीटर है.
12. चील घाट - नदी से 2 किमी दूर यह नाला बांयी ओर नदी में मिलता है. बुलंदशहर में ये नाला नदी में ऑटोमोबील और घरों का कूड़ा ले जाता है. नदी में इससे ग्रीस और गंदा तेल मिल रहा है. मिश्रित कूड़े में 1.22 मिलियन लीटर गंदगी नदी में समाहित की जा रही है. इस हिस्से में आक्सीजन की मांग 49 मिलीग्राम/लीटर है.
13. नहसल घाट - जांच के लिये गये सेंपल के अनुसार यह नाला घरेलू कूड़ा ले जाकर नदी में मिलाता है. जो कि नदी से मात्र 150 मीटर की दूरी पर है. यहां नदी में मिलने वाले अपशिष्ट की मात्रा 1.87 मिलियन लीटर है. नदी के हिस्से पर रासायनिक आक्सीजन की मांग 336 मिलीग्राम/लीटर है.
14. आदिल नगर (डी-5) – नदी से 200 मीटर की दूरी पर दांयी ओर गिरने वाला यह नाला घरेलू अपशिष्ट पदार्थ ले जा नदी में मिलाता है. फिलहाल ये नाला सूखा पड़ा है.
15. कसाई बाड़ा (डी-6) - डेढ़ किमी दूर दांयी ओर यह नाला नदी में मिलता है. नाला काली नदी में घरेलू अपशिष्ट पदार्थ ले जाता है. काली नदी में दांयी ओर नदी में गिरता है. 7.3 मिलियन लीटर गंदगी प्रवाहित गंदगी के बीच रासायनिक आक्सीजन की मांग 103 मिलीग्राम/लीटर है.
16. फैजलबाद नाला - बांयी ओर से गिरने वाला यह नाला 3.77 मिलियन लीटर घरेलू अपशिष्ट नदी में समाहित करता है. यहां आक्सीजन की मांग 97 मिलीग्राम/लीटर है.
17. शनिदेव मंदिर के पीछे का नाला - इस नाले की गंदगी का कुछ सेंपल लिया गया है. दांयी ओर नदी से मिलने वाला नाला घरों से निकलने वाली गंदगी लेकर जाता है, जो कि फिलहाल सूखा पड़ा है.
18. देवीपुरा - जांच के लिए नदी का सैंपल ले लिया गया है जो 150 मीटर की दूरी पर नदी के बांयी ओर गिरता है. 3.79 मिलियन लीटर गंदगी नदी में प्रवाहित होती है. यहां आक्सीजन की मात्रा 70 मिलीग्राम/लीटर है.
19. ब्रिज धामेदा रोड - पूर्वी काली नदी के बांयी ओर गिरने वाला नाला घरेलू अपशिष्ट साथ लेकर जाता है. 1 मिलियन लीटर गंदगी प्रवाहित गंदगी के बीच रासायनिक आक्सीजन की मांग 88 मिलीग्राम/लीटर है. यह नाला नदी में दांयी ओर 500 मीटर की दूरी पर गिरता है.
20. काशगंज नाला - ये नाला नदी में दांयी ओर जहांगीरबाद नीम नुल्लाह समेत अन्य पांच नालों की गंदगी नदी में समाहित करता है. नदी से 1 किमी की दूरी पर है. जिसकी मात्रा 9 मिलियन लीटर गंदगी नदी में प्रवाहित होती है. यहां आक्सीजन की मात्रा 125 मिलीग्राम/लीटर है.
21. पट्टा नाला - नदी के बांयी ओर इस नाले से गंदा पानी समाहित होता है. यह गंदा पानी बिना किसी ट्रीटमेंट के नदी में मिलाया जाता है. इस इलाके में नदी के पास कोई भी रेड और ऑरेंज केटेगरी की फैक्ट्री नहीं है.
22. अडंगा नाला - 3-4 किमी की दूरी पर स्थित यह नाला नदी के दांयी ओर समाहित होता है. इस नाले से घरेलू अपशिष्ट पदार्थ नदी में मिलता है. गंदा पानी नदी में सीधे मिलता है, जिसका शोधन नहीं किया जाता है. यहां काली नदी गंगा नदी से केवल साढ़े सात किमी की दूरी पर मिलती है.
23. तम्मी नाला - यह नाला नदी से 6 किमी दूर है, जो नदी से बांये किनारे पर मिलता है. इस नाले से ज्यादातर गंदगी बरसात के मौसम में मिलती है. इससे गांव से निकला अपशिष्ट नदी में मिलता है.
Refrences :
1. http://cpcb.nic.in/ngrba/Final_Approved_Drain_Report_27.03.2017.pdf