The Ganges
  • होम
  • जानें
  • रिसर्च
  • Gallery
  • संपर्क

गंगा नदी - गांगेय शक्ति संरक्षण के आधार पर होना चाहिए कोरोना वायरस आपदा का समाधान

  • By
  • U.K. Choudhary
  • May-18-2020
केन्द्रस्थ : Catching hold of Nucleus : MMITGM : (131)


गुण-कर्म के आधार पर शुद्रता का परिचायक चतुर्थ वर्ण के कोरोना वायरस का उत्थान कर्म के तहत हुए लॉकडाउन के उपरान्त शराबखानों को नहीं बल्कि प्रथम मंदिर-कार्य का पटापेक्षण प्रतिबंधित नियमावली के साथ आरंभ किया जाना चाहिए.


हे भोलेनाथ ! आपका गुण-कर्म-विभाग क्या है? क्या आत्मा का कंपन नापने का यह ई.सी.जी विभाग है? सर्टिफिकेट यहीं से मिलता है कि उसे कहाँ जाना है. शरीर छोड़कर जाते हुए आत्मा का तारंगिक रूप क्या उसके द्वारा किये कर्मों का परिणाम है? मानव को उसकी धड़कन-सीमाओं के आधार पर आपने चार भागों में बाँट दिया. यह किस आधार पर किया. इसके लिये क्या आपने मानव के कितने ही जन्मों के कर्म-धड़कन का आँकड़ा लिया होगा? धड़कन का आँकड़ा क्या शक्ति निर्देशन सूचकांक है? प्रथम सूचकांक की न्यूनतम-सीमा के अन्दर के लोगों के समरूप कार्य-गुण होंगें. ये शांत-स्वभाव वाले शक्ति-संरक्षण पर विशेष ध्यानमग्नता का निर्वहन करने वाले होंगें. दूसरे, पहले से ऊपर के धड़कन-सूचकांक वाले पहले से ज्यादा शक्तिक्षय करने वाले ज्यादा चंचलता के कर्म करने वाले होंगें. इसी तरह आपने दो और ऊंची धड़कन-सूचकांक वालों के कर्म-गुण को परिभाषित कर दिया होगा. यह निर्धारण करने से मृत्यु के उपरांत पूर्व कर्म के तहत कौन कहाँ जायेगा यह आपने निर्धारित कर दिया. इस के उपरांत आप निर्लिप्त हो गये, यह इसलिये कि जैसा नये शरीर में करोगे वैसा ही भोगोगे. यही है ब्राह्मण, क्षत्रिय, वैश्य और शुद्र इन चार वर्णों का समूह, गुण और कर्म विभाग का आपके द्वारा रचा जाना. इसे ही भगवान श्रीकृष्ण कह रहे हैं.


चातुर्वर्ण्य मया सृष्टं गुणकर्मविभागशः । तस्य कर्तारमपि मां विद्भधकर्तारमव्ययम् ।। गीता : 4.13 ।।


ब्राह्मण, क्षत्रिय, वैश्य और शूद्र इन चार वर्णों का समूह, गुण और कर्म के विभागपूर्वक मेरे द्वारा रचा गया है. इस प्रकार उस सृष्टि रचनादि कर्म का कर्ता होने पर भी मुझ अविनाशी परमेश्वर को तुम वास्तव में अकर्ता ही जान.


हे भोलेनाथ ! रचना करके आप यदि निर्लिप्त हो गये तो संसार की उथल-पुथल क्या आपके बिना आदेश के हो रही है. पारिस्थितिकी तो आप ही बदले. इसी से तो बुद्धि भ्रमित होती है. क्या मनुष्य को आपने कुछ स्वतंत्रता दे रखी है? क्या यह अनुभव कर सोचने की स्वतंत्रता, विवेक है? यही है अन्य जीवों से मनुष्य में भिन्नता. यही है पदार्थ और शक्ति, Matter और Energy, अशांति एवं शांति के संबंध को मानव द्वारा समझा जाना. कहिये, भोलेनाथ ! आज के इस महाकलिकाल के महान संत रैदास आप के चार वर्णों में से किस वर्ण में जन्में और पले और वे किस वर्ण में पहुंच कर यह सत्यापित कर दिया कि, कठौती में गंगा है. हे भोलेनाथ ! गंगा के अभी की पापधारिणी-शक्ति के संरक्षण की तकनीक का परिचय कर्मयोग पथ पर चलने वाले देश के प्रधान नेतृत्व को यह अवसर प्रदान कीजिये, जिससे वे कोरोना वायरस जैसी आपदाओं से देश को गंगा के शक्ति-संरक्षण के माध्यम से बचा पायें.

हमसे ईमेल या मैसेज द्वारा सीधे संपर्क करें.

क्या यह आपके लिए प्रासंगिक है? मेसेज छोड़ें.

More

गंगा नदी - वैश्विक प्रकृति और गंगा नदी के अत्याधिक दोहन का परिणाम है कोरोना वायरस

गंगा नदी - वैश्विक प्रकृति और गंगा नदी के अत्याधिक दोहन का परिणाम है कोरोना वायरस

केन्द्रस्थ : Catching hold of Nucleus : MMITGM : (137) : कर्म-अकर्म, क्रिया का प्रतिक्रिया और प्रतिक्रिया का क्रिया को बराबर समझना ज्ञान औ...
गंगा नदी – गंगा के बैक्टेरियोफेज की कर्मशक्ति को नहीं समझ पाना कोरोना जैसी आपदाओं का द्योतक है

गंगा नदी – गंगा के बैक्टेरियोफेज की कर्मशक्ति को नहीं समझ पाना कोरोना जैसी आपदाओं का द्योतक है

केन्द्रस्थ : Catching hold of Nucleus : MMITGM : (136) : कर्म, अकर्म और विकर्म गीता की मानवीय ज्ञान-शक्ति के संबंध का विश्लेषण है. यही गंग...
गंगा नदी : गंगा के बालू क्षेत्र का तकनीकी तौर पर एसटीपी के रूप में प्रयोग गंगा जल का संरक्षण करेगा

गंगा नदी : गंगा के बालू क्षेत्र का तकनीकी तौर पर एसटीपी के रूप में प्रयोग गंगा जल का संरक्षण करेगा

केन्द्रस्थ : Catching hold of Nucleus : MMITGM : (135): गंगा नदी के बालूक्षेत्र का तकनीकी उपयोग कोरोना वायरस से दूरी रखने का देश/विश्व स्त...
गंगा नदी के बालूक्षेत्र को एसटीपी के रूप में उपयोग करने और गंगाजल को संरक्षित करने को लेकर भारत सरकार को पत्र

गंगा नदी के बालूक्षेत्र को एसटीपी के रूप में उपयोग करने और गंगाजल को संरक्षित करने को लेकर भारत सरकार को पत्र

प्रधानमंत्री, भारत सरकार को पत्र : गंगा/नदी का बालूक्षेत्र वाराणसी सहित देश भर के कोरोना वायरस का सेनिटाइजर है. कृपया, देश रक्षार्थ इस...
Lock down & improvement in River water Quality - Only a temporary reprieve

Lock down & improvement in River water Quality - Only a temporary reprieve

Blog Source - Waterkeeper allianceMany people living close to the riverbanks in the Ganga Basin, including the Gomti River, believe that the...
गंगा नदी - औषधीय गुणों से भरपूर गंगाजल करेगा प्राकृतिक सैनिटाइजर का काम

गंगा नदी - औषधीय गुणों से भरपूर गंगाजल करेगा प्राकृतिक सैनिटाइजर का काम

विश्व भर में कोरोना वायरस ने करोड़ों लोगों को अपनी चपेट में लिया हुआ है, लाखों इसके चलते दम तोड़ चुके हैं. भारत में भी कोरोना पीड़ितों की संख्य...
गंगा  नदी - कोरोना वायरस को मात देने के लिए गंगा जल में स्थित बैक्टीरियोफेज का उत्तम उपयोग करना होगा और गंगा के प्रवाह को संरक्षित करना होगा

गंगा नदी - कोरोना वायरस को मात देने के लिए गंगा जल में स्थित बैक्टीरियोफेज का उत्तम उपयोग करना होगा और गंगा के प्रवाह को संरक्षित करना होगा

केन्द्रस्थ : Catching hold of Nucleus ; MMITGM : (134) हे भोलेनाथ! गंगाजल का बैक्टीरियोफेज क्या गोमुख का जैनेटिक कैरक्टर है? और क्या यह को...
गंगा नदी - पर्यावरण प्रेमियों की कड़ी मेहनत से चमका खरकाली गंगा घाट

गंगा नदी - पर्यावरण प्रेमियों की कड़ी मेहनत से चमका खरकाली गंगा घाट

नीर फाउंडेशन और पथिक सेना के नेतृत्व में मेरठ जिले के ऐतिहासिक खरकाली गंगा घाट पर स्वच्छता अभियान चलाया गया. संयुक्त रूप से चलाये गए इस स्वच...
गंगा नदी - पर्वतरूपी महादेव और प्रकृति रूपी गंगा के तत्व को जानना जरुरी है

गंगा नदी - पर्वतरूपी महादेव और प्रकृति रूपी गंगा के तत्व को जानना जरुरी है

केन्द्रस्थ : Catching hold of Nucleus : MMITGM : (132) :आकाश के सहस्त्रों तारों से, संतुलित ब्रह्माण्ड के समस्त पिण्डों के कण-कण में न्यूट्र...

गंगा नदी से जुड़ी समग्र नवीनतम जानकारियां

©पानी की कहानी Creative Commons License
All the Content is licensed under a Creative Commons Attribution 3.0 Unported License.
Terms | Privacy