The Ganges
  • होम
  • जानें
  • रिसर्च
  • Gallery
  • संपर्क

गंगा नदी और गीता - गंगा कहती है – मैं पीपल के वृक्ष के समान अविनाशी जलस्त्रोत हूं : अध्याय 15, श्लोक 1 (गीता:1)

  • By
  • U.K. Choudhary
  • October-31-2018
ऊर्ध्वमूलमधःशाखमश्वत्थं प्राहुरव्ययम् । छन्दांसि यस्य पर्णानि यस्तं वेद स वेदबित् ।। गीता : 15.1 ।।

श्लोक का हिन्दी अर्थ : 

श्री भगवान् बोले - संसार पीपल वृक्ष का रूप है. आदिपुरुष, परमेश्वर इसके मूल हैं और ब्रह्मरूप इसके मुख्य शाखा वाले तथा वेद इसके पत्ते कहे गये हैं, उस संसार रूप वृक्ष को जो पुरुष मूल सहित तत्व से जानता है, वह वेद के तात्पर्य को जानने वाला है.

श्लोक की वैज्ञानिकता :

संसार पीपल के वृक्ष सदृष्य गहरी जडों, मजबूत डालों, दूध सदृश्य रस वालों की दिन-रात समस्त-जीव को ऑक्सीजन देने वाला है. उसके पत्ते जैसे जीव-निर्जीव समस्त पदार्थों के कण-कण को डुलाते, हिलाते, कँपकपाते रहने वाला, जन्म लेते, बड़े होते रहते रखने वाला हैं, यही है संसार के समस्त-जीव का जीवन-चक्र. पीपल के पत्ते की भाँति, संसार में शायद यही वृक्ष है, जो सर्वत्र पाया जाता है,यही है विभिन्न आकारों-प्रकारों, गुणों-शक्तियों के पदार्थों से निर्मित संसार, पीपल का वृक्ष, जीवन रस से संतृप्त और इसमें विभिन्न आवृतों-आयामों के तरंगों से निरंतरता से नृत्य करता आ रहा जीव, उसका जगत, जिसकी व्याख्या वेदों ने गायी है.

गंगा कहती है :

हिमालय से बंगाल की खाड़ी तक तुम हमारे भू-जल-प्रवाह एक्विफर-एसट्रैटम के चारित्रिक गुण को नहीं समझते हो, यही सम्पूर्णता से मेरी जड़ है. इस जड़ की अनभिज्ञता के कारण मेरे विशाल समतल बेसिन के किलोमीटर की गहराई में एलुविअल स्वाइल का होना है. अनजान है, यही है भारत के रिवर-सिस्टम का सम्पूर्णता से असंतुलित होना इसलिये है क्योंकि भू-जल और सतही जल की अवैज्ञानिकता अत्यधिक दोहन पर नियंत्रण किसी तरह का नहीं है. There exists no Scientific and Technical coordination between the Department of Irrigation and Ministry of Water-Resources. यही है, बह्मा के कार्य का नहीं होना. इसी तरह वाटर-सेड मैनेजमेंट की आवश्यकता है, जो नदी को पीपल-वृक्ष के पत्ते के समान चारित्रिक गुणों वाला समझ कर कार्य करे.

हमसे ईमेल या मैसेज द्वारा सीधे संपर्क करें.

क्या यह आपके लिए प्रासंगिक है? मेसेज छोड़ें.

Related Tags

गंगा नदी(45) गंगा और गीता(16) गंगा कहती है(28) गंगा की समस्याएं(31) गंगा अविनशी जल स्त्रोत(1) गीता श्लोक(17) गंगा प्रदूषण(23)

More

गंगा नदी - वैश्विक प्रकृति और गंगा नदी के अत्याधिक दोहन का परिणाम है कोरोना वायरस

गंगा नदी - वैश्विक प्रकृति और गंगा नदी के अत्याधिक दोहन का परिणाम है कोरोना वायरस

केन्द्रस्थ : Catching hold of Nucleus : MMITGM : (137) : कर्म-अकर्म, क्रिया का प्रतिक्रिया और प्रतिक्रिया का क्रिया को बराबर समझना ज्ञान औ...
गंगा नदी – गंगा के बैक्टेरियोफेज की कर्मशक्ति को नहीं समझ पाना कोरोना जैसी आपदाओं का द्योतक है

गंगा नदी – गंगा के बैक्टेरियोफेज की कर्मशक्ति को नहीं समझ पाना कोरोना जैसी आपदाओं का द्योतक है

केन्द्रस्थ : Catching hold of Nucleus : MMITGM : (136) : कर्म, अकर्म और विकर्म गीता की मानवीय ज्ञान-शक्ति के संबंध का विश्लेषण है. यही गंग...
गंगा नदी : गंगा के बालू क्षेत्र का तकनीकी तौर पर एसटीपी के रूप में प्रयोग गंगा जल का संरक्षण करेगा

गंगा नदी : गंगा के बालू क्षेत्र का तकनीकी तौर पर एसटीपी के रूप में प्रयोग गंगा जल का संरक्षण करेगा

केन्द्रस्थ : Catching hold of Nucleus : MMITGM : (135): गंगा नदी के बालूक्षेत्र का तकनीकी उपयोग कोरोना वायरस से दूरी रखने का देश/विश्व स्त...
गंगा नदी के बालूक्षेत्र को एसटीपी के रूप में उपयोग करने और गंगाजल को संरक्षित करने को लेकर भारत सरकार को पत्र

गंगा नदी के बालूक्षेत्र को एसटीपी के रूप में उपयोग करने और गंगाजल को संरक्षित करने को लेकर भारत सरकार को पत्र

प्रधानमंत्री, भारत सरकार को पत्र : गंगा/नदी का बालूक्षेत्र वाराणसी सहित देश भर के कोरोना वायरस का सेनिटाइजर है. कृपया, देश रक्षार्थ इस...
Lock down & improvement in River water Quality - Only a temporary reprieve

Lock down & improvement in River water Quality - Only a temporary reprieve

Blog Source - Waterkeeper allianceMany people living close to the riverbanks in the Ganga Basin, including the Gomti River, believe that the...
गंगा नदी - औषधीय गुणों से भरपूर गंगाजल करेगा प्राकृतिक सैनिटाइजर का काम

गंगा नदी - औषधीय गुणों से भरपूर गंगाजल करेगा प्राकृतिक सैनिटाइजर का काम

विश्व भर में कोरोना वायरस ने करोड़ों लोगों को अपनी चपेट में लिया हुआ है, लाखों इसके चलते दम तोड़ चुके हैं. भारत में भी कोरोना पीड़ितों की संख्य...
गंगा  नदी - कोरोना वायरस को मात देने के लिए गंगा जल में स्थित बैक्टीरियोफेज का उत्तम उपयोग करना होगा और गंगा के प्रवाह को संरक्षित करना होगा

गंगा नदी - कोरोना वायरस को मात देने के लिए गंगा जल में स्थित बैक्टीरियोफेज का उत्तम उपयोग करना होगा और गंगा के प्रवाह को संरक्षित करना होगा

केन्द्रस्थ : Catching hold of Nucleus ; MMITGM : (134) हे भोलेनाथ! गंगाजल का बैक्टीरियोफेज क्या गोमुख का जैनेटिक कैरक्टर है? और क्या यह को...
गंगा नदी - पर्यावरण प्रेमियों की कड़ी मेहनत से चमका खरकाली गंगा घाट

गंगा नदी - पर्यावरण प्रेमियों की कड़ी मेहनत से चमका खरकाली गंगा घाट

नीर फाउंडेशन और पथिक सेना के नेतृत्व में मेरठ जिले के ऐतिहासिक खरकाली गंगा घाट पर स्वच्छता अभियान चलाया गया. संयुक्त रूप से चलाये गए इस स्वच...
गंगा नदी - पर्वतरूपी महादेव और प्रकृति रूपी गंगा के तत्व को जानना जरुरी है

गंगा नदी - पर्वतरूपी महादेव और प्रकृति रूपी गंगा के तत्व को जानना जरुरी है

केन्द्रस्थ : Catching hold of Nucleus : MMITGM : (132) :आकाश के सहस्त्रों तारों से, संतुलित ब्रह्माण्ड के समस्त पिण्डों के कण-कण में न्यूट्र...

गंगा नदी से जुड़ी समग्र नवीनतम जानकारियां

©पानी की कहानी Creative Commons License
All the Content is licensed under a Creative Commons Attribution 3.0 Unported License.
Terms | Privacy