The Ganges
  • होम
  • जानें
  • रिसर्च
  • Gallery
  • संपर्क

गंगा नदी - गंगा की समस्याएं, STP का बालू-क्षेत्र में नहीं होना (भाग 4)

  • By
  • U.K. Choudhary
  • October-03-2018

13. भूमि संबंधित समस्त समस्याओं का निदान, किसान और जनता-जनार्दन की विभिन्न समस्याएं तथा उनकी अनेक बीमारियों से मुक्तिलाभ एक साथ, बिना पैसे के स्थायी रूप से संभव है :    

STP के लगभग समस्त स्थान एलुवियल मृदा पर अवस्थित हैं : बनारस के भगवानपुर, दीनापुर, रमणा, गोठहवाँ आदि किसानों से अधिग्रहित उपजाऊ भूमि, सैकड़ो-करोड़ों रू. की है. यह बालूक्षेत्र में मुफ्त प्राप्त होगा और यह भूमि जिसकी कोफिसियेंट ऑफ परमियैबलिटी 10 के ऊपर माइनस 5 पावड. सें.मी /से. है. 100 एमएलडी, एस.टी.पी. अवजल से सिंचाई के लिये कम से कम 1200 हेक्टेयर जमीन की आवश्यकता होगी और इस अवजल को बालूक्षेत्र में व्यवस्थित करने के लिये मात्र 10- 12 हेक्टर बालू की अनुपयोगी भूमि की आवश्यकता होगी. अत: STP के लिये भूमि-अधिग्रहण और सिंचाई के लिये भूमि की व्यवस्था, उनकी विभिन्न समस्याएं, वायु-मृदा-भूजल, पैथोजन्स, अनोरौविक-बैक्टीरियल-ग्रोथ, फूड-ग्रेड-प्रदूषण आदि की समस्त समस्याओं का निदान एक साथ, “तीन-ढाल सिद्धान्त” के तहत संभव है. भूमि की मृदा-गुण, इसके ढ़ाल, इससे सम्बन्धित भू और सतही जल आदि संरक्षित रखने अन्य समस्त समस्याओं का निदान एक साथ स्थायी रूप से हो सकता है.

14. विभिन्न प्राकृतिक शक्तियों का संतुलित उपयोग, शक्तिक्षय को न्यून रखते हुए करना :

बनारस में सीवर-पाइप की कुल लम्वाई 500 कि.मी.से ज्यादा होगी (सही आँकडा उपलब्ध नहीं है). इस सीवर का अधिकांश भाग गाद-अवसाद से भरा हुआ है क्योंकि बनारस में तीन नदियाँ, तीन दिशाओं की विभिन्न ढ़ाले, इनको ध्यान में नहीं रखते हुऐ सीवर-पाइप बिछा दिया गया और सीवर के गंगा में ऐसे जगह पर, उस तरीके से जोड़ा गया, जो गंगा के स्थैतिक, गतिज, टर्बुलेन्ट,  सेकेंडरी-सर्कुलेशन आदि शक्तियों को विनष्ट करता हुआ और प्रदूषक को डाउन-स्ट्रीम में कई कि.मी. में फैलता है. इन सब को ध्यान में रखते हुए सीवर का डिजाइन होना है.

हमसे ईमेल या मैसेज द्वारा सीधे संपर्क करें.

क्या यह आपके लिए प्रासंगिक है? मेसेज छोड़ें.

Related Tags

गंगा नदी(45) गंगा कहती है(28) गंगा की समस्याएं(31) तीन ढाल का सिद्धांत(3) भूमि-अपक्षय(1)

More

गंगा नदी - वैश्विक प्रकृति और गंगा नदी के अत्याधिक दोहन का परिणाम है कोरोना वायरस

गंगा नदी - वैश्विक प्रकृति और गंगा नदी के अत्याधिक दोहन का परिणाम है कोरोना वायरस

केन्द्रस्थ : Catching hold of Nucleus : MMITGM : (137) : कर्म-अकर्म, क्रिया का प्रतिक्रिया और प्रतिक्रिया का क्रिया को बराबर समझना ज्ञान औ...
गंगा नदी – गंगा के बैक्टेरियोफेज की कर्मशक्ति को नहीं समझ पाना कोरोना जैसी आपदाओं का द्योतक है

गंगा नदी – गंगा के बैक्टेरियोफेज की कर्मशक्ति को नहीं समझ पाना कोरोना जैसी आपदाओं का द्योतक है

केन्द्रस्थ : Catching hold of Nucleus : MMITGM : (136) : कर्म, अकर्म और विकर्म गीता की मानवीय ज्ञान-शक्ति के संबंध का विश्लेषण है. यही गंग...
गंगा नदी : गंगा के बालू क्षेत्र का तकनीकी तौर पर एसटीपी के रूप में प्रयोग गंगा जल का संरक्षण करेगा

गंगा नदी : गंगा के बालू क्षेत्र का तकनीकी तौर पर एसटीपी के रूप में प्रयोग गंगा जल का संरक्षण करेगा

केन्द्रस्थ : Catching hold of Nucleus : MMITGM : (135): गंगा नदी के बालूक्षेत्र का तकनीकी उपयोग कोरोना वायरस से दूरी रखने का देश/विश्व स्त...
गंगा नदी के बालूक्षेत्र को एसटीपी के रूप में उपयोग करने और गंगाजल को संरक्षित करने को लेकर भारत सरकार को पत्र

गंगा नदी के बालूक्षेत्र को एसटीपी के रूप में उपयोग करने और गंगाजल को संरक्षित करने को लेकर भारत सरकार को पत्र

प्रधानमंत्री, भारत सरकार को पत्र : गंगा/नदी का बालूक्षेत्र वाराणसी सहित देश भर के कोरोना वायरस का सेनिटाइजर है. कृपया, देश रक्षार्थ इस...
Lock down & improvement in River water Quality - Only a temporary reprieve

Lock down & improvement in River water Quality - Only a temporary reprieve

Blog Source - Waterkeeper allianceMany people living close to the riverbanks in the Ganga Basin, including the Gomti River, believe that the...
गंगा नदी - औषधीय गुणों से भरपूर गंगाजल करेगा प्राकृतिक सैनिटाइजर का काम

गंगा नदी - औषधीय गुणों से भरपूर गंगाजल करेगा प्राकृतिक सैनिटाइजर का काम

विश्व भर में कोरोना वायरस ने करोड़ों लोगों को अपनी चपेट में लिया हुआ है, लाखों इसके चलते दम तोड़ चुके हैं. भारत में भी कोरोना पीड़ितों की संख्य...
गंगा  नदी - कोरोना वायरस को मात देने के लिए गंगा जल में स्थित बैक्टीरियोफेज का उत्तम उपयोग करना होगा और गंगा के प्रवाह को संरक्षित करना होगा

गंगा नदी - कोरोना वायरस को मात देने के लिए गंगा जल में स्थित बैक्टीरियोफेज का उत्तम उपयोग करना होगा और गंगा के प्रवाह को संरक्षित करना होगा

केन्द्रस्थ : Catching hold of Nucleus ; MMITGM : (134) हे भोलेनाथ! गंगाजल का बैक्टीरियोफेज क्या गोमुख का जैनेटिक कैरक्टर है? और क्या यह को...
गंगा नदी - पर्यावरण प्रेमियों की कड़ी मेहनत से चमका खरकाली गंगा घाट

गंगा नदी - पर्यावरण प्रेमियों की कड़ी मेहनत से चमका खरकाली गंगा घाट

नीर फाउंडेशन और पथिक सेना के नेतृत्व में मेरठ जिले के ऐतिहासिक खरकाली गंगा घाट पर स्वच्छता अभियान चलाया गया. संयुक्त रूप से चलाये गए इस स्वच...
गंगा नदी - पर्वतरूपी महादेव और प्रकृति रूपी गंगा के तत्व को जानना जरुरी है

गंगा नदी - पर्वतरूपी महादेव और प्रकृति रूपी गंगा के तत्व को जानना जरुरी है

केन्द्रस्थ : Catching hold of Nucleus : MMITGM : (132) :आकाश के सहस्त्रों तारों से, संतुलित ब्रह्माण्ड के समस्त पिण्डों के कण-कण में न्यूट्र...

गंगा नदी से जुड़ी समग्र नवीनतम जानकारियां

©पानी की कहानी Creative Commons License
All the Content is licensed under a Creative Commons Attribution 3.0 Unported License.
Terms | Privacy