धर्म ही ज्ञान, भक्ति, शक्ति, शांति
और आनंद है. इसका क्षरण ही व्यक्ति, परिवार, समाज, देश और संसार में अशांति का कारण
है. यह धर्म इस कलिकाल में तभी आत्मस्थ हो सकता है यदि गीता को सरल वैज्ञानिक भाषा में
समझाया जाए और इसकी सम्पुष्टि गंगा से की जाए. महामना मालवीय इंस्टिट्यूट ऑफ़
टेक्नोलॉजी फॉर दी गंगा मैनेजमेंट (MMITGM) के सिद्धांतों व संदेशो को व्हाट्स एप,
फेसबुक व गंगा वेबसाइट के माध्यम से प्रसारित करती आ रही है और आगे भी करती रहेगी.
मैं प्रो. उदयकान्त चौधरी
समस्त व्यक्तियों से तथा संस्थाओं से अपने जीवन में प्राप्त की गयी समस्त उपलब्धियों की
संक्षिप्त व्याख्या को CV के रूप में
प्रस्तुत करते हुए यह निवेदन कर रहा हूँ कि आप गीता के किसी श्लोक की गंगा से जुड़ी
वैज्ञानिकता को अपने समाज व संस्था को सुनाने का अवसर मुझे प्रदान कीजिए.
प्रो. यू.के.चौधरी,
निदेशक (MMITGM)
B-36/21 C-6, ब्रह्मानंद एक्सटेंशन-1
दुर्गा कुंड, वाराणसी- 221005
संपर्क सूत्र : 9414201883
ई-मेल- mmitgm@gmail.com