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गंगा से जुड़े नवीनतम शोध, अभियान, जानकारियां एवं विशेषज्ञों की राय
गंगा नदी और गीता - गंगा कहती है – मेरी आत्मा और परमात्मा की तकनीकी-समरूपता के व्यवहार को समझो: अध्याय 8 श्लोक 22 (गीता: 8: 22)
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“पुरुषः स परः पार्थ भक्त्या लभ्यस्त्वनन्यया ।। यस्यान्तः स्थानि भूतानि येन सर्वमिदं ततम्” ।। गीता: 8.22 ।। श्लोक का हिंदी में अर्थ :हे अर्जु...
गंगा नदी - तीन-ढलान सिद्धांत के क्रियान्वन हेतु गंगा पुनरोद्धार मंत्री श्री नितिन गडकरी जी को पत्र
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आदरणीय परिवहन, नदी विकास और गंगा पुनरोद्धार मंत्री श्री नितिन गडकरी जी भारत-सरकार नई- दिल्लीविषय : आपका वक्तव्य “गंगा के कायाकल्प के लिये 18...
गंगा नदी - तीन-ढाल के सिद्धान्त को नहीं समझना, गंगा-प्रदूषण की सबसे बड़ी समस्या है
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सभ्यता और सांस्कृतिक जागृतियाँ बड़ी नदी के वर्ष-भर के जल की सान्निद्ध और ऊपजाव भूमि में, उच्चस्तरीय नदोत्तर किनारे के स्थान से आरंभ होती है. ...
गंगा नदी और गीता - गंगा कहती है – मेरे दृश्य लोक की अवधारणा को देखो: अध्याय 8 श्लोक 21 (गीता: 8: 21)
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“अब्यक्तोअ्क्षर इत्युक्तस्तमाहुः परमां गतिम् ।। यं प्राप्य न निबर्तन्तें तद्भाम परमं मम” ।। गीता : 8.21 ।। श्लोक की वैज्ञानिक व्याख्या :“अव्...
गंगा नदी और गीता - गंगा कहती है – मेरे अव्यक्त शरीर को समझो: अध्याय 8 श्लोक 20 (गीता: 8: 20)
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“परस्तस्मात्तु भाबोअ्न्योअ्ब्यक्तात्सनातनः ।। यः स सर्बेषु भूतेषु नश्यत्सु न बिनश्यति” ।। गीता : 8.20 ।। श्लोक का अर्थ :भगवान् श्रीकृष्ण कहत...
गंगा नदी और गीता - गंगा कहती है – ब्रह्मा के दिन में जीव का उत्पन्न होना और रात्रि में असहायवत् विलीन होना: अध्याय 8 श्लोक 19 (गीता: 8: 19)
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“भूतग्रामः स एवायं भूत्वा भूत्वा प्रलीयते ।। रात्रागमेंअ्वशः पार्थ प्रभवत्यहरागमें” ।। गीता: 8.19 ।। श्लोक का हिन्दी में अर्थ :हे पार्थ ! यह...
गंगा नदी और गीता - गंगा कहती है – अनंत जीवों का “जन्म-पालन-पोषण” करने वाली हूँ: अध्याय 8 श्लोक 18 (गीता: 8: 18)
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“अब्यक्ताद् ब्यक्तयः सर्वाः प्रभवन्त्यहरागमें ।। रात्रागमें प्रलीयन्ते तत्रैवाब्यक्तसंग्यके” ।। गीता : 8.18 ।। श्लोक का हिन्दी में अर्थ :ब्र...
गंगा नदी और गीता - गंगा कहती है –मेरे सत्य, त्रेता, द्वापर और कल-युग को समझो: अध्याय 8 श्लोक 17 (गीता: 8: 17)
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“सहस्त्रयुगपर्यन्तमहर्यद् ब्रह्माणों बिदुः ।। रात्रिं युगसहस्त्रान्तां तेअ्होनात्रविदो जनाः” ।। गीता : 8.17 ।। श्लोक का हिन्दी में अर्थ :मान...
गंगा नदी - जहरीले नालों से धीमी पड़ती “नमामि गंगे योजना” की रफ़्तार, घुल रहा हिंडन में विष
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18 सितम्बर, 2018मेरठ, उत्तर प्रदेशसदियों से अनगिनत परम्पराओं को सींच रही नदियां वर्तमान में घातक रूप से प्रदूषित हो चुकी है. यहां तक कि गंगा...
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