श्रीभगवानुवाच : अभयं सत्वसंशुद्धिर्ग्यानयोगब्यवस्थितिः । दानं दमश्च यग्यश्च स्वाध्यायस्तप आर्जवम् । गीता : 16.1 ।
श्लोक का हिन्दी
अर्थ :
श्रीभगवान बोले भय का
सर्वथा अभाव, अन्तःकरण की पूर्ण निर्मलता, तत्वज्ञान के लिये ध्यान योग में निरंतर
दृढ स्थिति और सात्विक दान, इन्द्रियों का
दमन, भगवान देवता गुरूजनों की पूजा तथा अग्निहोत्र आदि उत्तम कर्मों
का आचरण एवं वेद शास्त्रों का पठन-पाठन तथा भगवान के नाम और गुणों का कीर्तन, स्वधर्म पालन के
लिये कष्ट सहन और शरीर तथा इन्द्रियों के सहित अन्तःकरण की सरलता है.
श्लोक की वैज्ञानिकता
:
भय का सर्वथा अभाव,
न्यूनतम कम्पन्नावस्था में कंपन की स्थिति में भीतर
में केन्द्र को जकड़ कर पकड़े रहने को कहते हैं. यही श्री गणेश जी ने, माता-गौरी और
पिता-शिव की परिक्रमा कर प्राप्त किया था. यही हैं ब्रह्म को धारण कर लेने वाले, सीता-राम
को हृदयस्थ करने वाले भक्त शिरोमणि श्री हनुमान जी. इसके लिये चाहिए अन्तःकरण की
पूर्ण निर्मलता, ध्यानयोग की निरंतरता. इसके लिये दृढ़संकल्पित होकर शक्तिक्षय को नहीं
होने देना है. पदार्थ से निर्मोह होते रह दान देते रहना है और इन्द्रियों के दमन से
शक्ति क्षय को रोकना है. भगवान, देवता तथा गुरुजनों की पूजा द्वारा और अग्निहोत्र
आदि उत्तम कर्मों को करते हुए, वेद-शास्त्रों का पठन-पाठन भगवान के नाम गुणों के
कीर्तन आदि को करना है. यही है, शक्ति-क्षय को नहीं होने देना और अन्तःकरण का
सरलीकरण करना होना. यही क्षण-क्षण के समय का उपयोग कर शक्ति-क्षय को रोककर ऊपर
शक्ति शांति-पथ पर चढने का कार्य करते रहना है.
गंगा कहती है :
केन्द्रस्थ होना ही ज्ञानस्थ,
शक्तिहस्थ, ध्यानस्थ होना है. यही शक्ति के न्यूनतम बाह्य-प्रवाह, ब्रह्मस्थ-आत्मबल
है. यही है ऑक्सीजन से लबालब भरा हुआ मेरा प्रवल-प्रवाह. यह शक्ति-संचय, मेरी
न्यूनतम अस्थिरावस्था का ऑक्सीजन-क्षय का द्योतक है. यही है “जल की मात्रा आयतन तथा जल के वेग में ऑक्सीजन की
मात्रा का जल की पवित्रता का समानुपाती होता है. यही है, टर्बुलेंस प्रवाह में गतिशीलता पानी की शुद्धता को
परिभाषित करती है, इसमें ऑक्सीजन, डी.ओ सामग्री, निर्वहन का कार्य है. यही है नदी के
अन्तःप्रवाह को, आमदनी-शक्ति को बढ़ाकर बाह्य-प्रवाह का निर्धारण करना तथा न्यूक्लियस स्तर की व्यवस्था करना है. अतः नदी
की शक्ति को ध्यान में रखकर इसकी व्यवस्था करना ही “रिवर-मैनेजमेंट-टेक्नोलॉजी" अथार्त नदी आत्म शक्ति संवर्धन
तकनीक है.