उच्चैःश्रवसमश्वानां विद्धि माममृतोद्भवम् ।। ऐरावतं गजेन्द्राणां नराणां च नराधिपम्' ।। गीता : 10.27 ।।
श्लोक का हिन्दी अर्थ :
घोड़ों में मुझे उच्चैःश्रवा जानों, जो अमृत के लिये समुद्र मंथन के समय उत्पन्न हुआ था. गजराजों में मैं ऐरावत तथा मनुष्यों में राजा हूँ.
श्लोक की वैज्ञानिकता :
‘उच्चैःश्रवसमश्वानां’, घोड़ों में सबसे गुणवान घोड़ा, उच्चैःश्रवा का बोध कराता है. समुद्भवः समुद्र-मंथन, ब्रहमाण्ड विवेचना सूक्ष्म ब्रह्माण्ड शरीर विवेचना से प्राप्त होने वाला मन को संबोधित करता है. अतः ‘मन’ तरंग कोशिका कम्पन्न का भाग का, विद्युति चुम्बकीय चरित्र,
ब्रह्म का चरित्र है. अतः इससे यह सत्यापित होता है कि ‘मन की उड़ान’ को घोड़े की चाल को, प्रकृति के सूक्ष्म कार्य को, परब्रम के निर्धारण को, विज्ञान के किसी सूत्र से परिभाषित नहीं किया जा सकता. यही है ब्रह्म का ‘उच्चैःश्रवा’ होना. समुद्र-मंथन, ब्रहमाण्ड-मंथन,शरीर-मंथन का ‘एरावत’, ऐश्वर्य, धन, सम्पत्ति, श्रृँगार,पटार व ऐशो आराम का प्रतीक, ईश्वरीय वैभव, ब्रह्म स्वरूप ऐरावत हाथी है और राजा प्रधान मंत्री धन-बल-जन से सम्पूर्णता से सम्पन्न रहने वाला तो ब्रह्म का रूप है ही.
गंगा कहती है :
‘उचैःश्रवाह’ का मेरा मौलिक चरित्र टरबूलेन्ट एनर्जी है. इसी शक्ति के तहत मैं वक्राकार पथगामिनी नित्यानंद स्वरूपिणी सबको धोती पोछती हुई निरंतरता से बहती चली आ रही हूँ. मेरी नृत्य तीन दिशाओं वाली उचैःश्रवा वाली मिट्टी और उसके ढाल आधारित काट से परिभाषित विशेष चारित्रिक गुणों की होती चलती है. यही कारण है कि उन्नत्तोदर बाढ क्षेत्र के आरंभ में मोटा और आगे बढ़ते हुए पतला बालू बढती उँचाई से जमाँ होता जाता है और नत्तोदर के बाढ़ क्षेत्र में गहराई से कटाव आगे की बढ़ती दूरी से बढ़ता हुआ चलता जाता है. इस बदलाव की अन्तःक्रिया को नहीं समझ पाना. उच्चैःश्रवा के चाल को नहीं समझ पाने जैसा है. यही है, उच्चैःश्रवा के गुण का नदी में आंकलन नहीं कर पाना, इसका ब्रह्म रूप होना है. मेरे ऐश्वर्य, स्थैतिक, गतिज, तापीय, मिट्टी, वायु, जलवायु, बाढ़, कटाव, प्रदूषण, नियंत्रण और बेसिन फ्लडप्लेन्स मुख्यधारा आदि के शक्तियों की संतुलंता को समझते हुए सुख और आनंद के लिए व्यवहारित करना ही मेरे ऐश्वर्य को समझना है. यही है ‘ऐरावत’ के ऐश्वर्य को समझना. अतः मेरे ऐश्वर्य और को पराक्रम को मैं स्वयं महारानी ही समझ सकती हूँ. यही है, राजा का परब्रहम होना.