गंगा नदी और गीता – गंगा कहती है : मेरे नैसर्गिक जलगुण को संरक्षित करना जीवन उद्देश्य की पूर्ति का कृतार्थ होना है. अध्याय 15, श्लोक 20 (गीता : 20). Dec. 21, 2018, 2:14 p.m.