गंगा नदी और गीता - गंगा कहती है – भोग-वासनाओं के लिए मेरी शक्तियों को व्यर्थ मत करो : अध्याय 15, श्लोक 9 (गीता:9). Nov. 23, 2018, 11:37 p.m.